रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- बच्चों की रचनात्मकता एवं आविष्कारशीलता को प्रदर्शित करने के लिए सिल्वरलाइन प्रेस्टीज स्कूल के प्रांगण में 28 जनवरी को ‘मेगा प्रदर्शनी‘ का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का प्रतीक चिन्ह था - “साधना से सिद्धि की ओर“।
प्रदर्शनी में सभी विषयों से सम्बन्धित माॅडल/परियोजनाएॅं प्रस्तुत की गयी, जिनके माध्यम से विद्यार्थियों की वैज्ञानिक अभिरूचि के साथ-साथ यह भी दर्शाया गया कि जीवन का प्रत्येक क्षेत्र विज्ञान से जुड़ा हुआ है प्रदर्शनी में पुस्तुत सभी माॅडलों की उपस्थित लोगोें ने मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की।
प्रदर्शनी का मुख्य उदेश्य बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा और रचनात्मक क्षमता के लिए मंच उपलब्ध कराना था ताकि वे अपने आस-पास हो रहे क्रिया कलापों में विज्ञान की उपस्थिति का अनुभव कर सकें, साथ ही भौतिक एवं सामाजिक पर्यावरण से अधिगम प्रक्रिया को जोड़कर ज्ञान प्राप्त कर सकें, और राष्ट्र के भविष्य के प्रति दूरदर्शी बनकर संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक बन सकें। इसी श्रंखला के अन्र्तगत प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण ‘वाॅटर गार्बेज मैनेजर‘, ‘2080 में धरती‘ ‘जारवस द वाॅइस‘ ‘मैटावर्स‘ और वैज्ञानिक आधार पर वर्णों का उद्गम रहे।
प्रदर्शनी का आरम्भ सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा किया गया, जिसके अन्तर्गत सर्वप्रथम मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात् साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया, तत्पश्चात् एंटी सोशल नामक एक हास्य व्यंग्य नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें सोशल मीड़िया के बढ़ते दुष्प्रभाव को दिखाया गया। तत्पश्चात् फ्लेश मोब सबके आकर्षण का केन्द्र बना।
प्रदर्शनी में जज के रूप में डा0 एच.एन. दत्ता, अंजु कक्कड़, अभियंता राकेश गुप्ता, डा0 सी0एस0 नायर, नमन जैन, प्रणव जैन, ड0. मंगला वैद, और उमा नवानी ने प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सी.एस.आई.आर. की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 शोभना चैधरी और डा0 गोविन्द गुप्ता ने उपस्थित होकर छात्रों का उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन किया। अभिभावक गण ने भी विभिनन परियोजनाओं और माॅडलों के विषय मेें छात्राओें से जानकारी प्राप्त की और मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डा0 माला कपूर ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मक शैली का विकास करना है। साथ ही विज्ञान के प्रति अभिरूचि उत्पन्न करते हुए आत्मविश्वास बढ़ाना है।
प्रदर्शनी में विद्यालय के चेयरमैन डा0 सुभाष जैन एवं जाने माने लेखक व पत्रकार आलोक यात्री भी उपस्थित रहे। जिन्होंने कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और आगे भी ऐसे ही कार्यक्रम होते रहें, इस बात की प्रेरणा देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।