रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा गाजियाबाद के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मोर्य के द्वारा श्रीरामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में ज्ञापन दिया और शासन से उन पर कठोर कार्यवाही की मांग की। संगठन के जिलाध्यक्ष संजय रावत के नेतृत्व मे संगठन के सभी कार्यकर्ताओं ने "स्वामी प्रसाद मोर्य के बयान कि रामचरितमानस को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर देना चाहिए" पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। सपा नेता के इस बयान से सनातन हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले करोडो लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

संजय रावत ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मोर्य को रामायण फाड यादव { सिठमरा गांव, कानपुर देहात 1970 का दशक } का नया वर्जन बताया। संगठन के सक्रिय कार्यकर्ताओं में जगनेश सिंह, निर्भय मिश्रा, शशांक जिंदल, माधव जयसवाल, शिवप्रसाद, शिवम, शीतल प्रसाद, नितिन गोस्वामी महिला शाखा आध्यक्ष रजनी रावत के नेतृत्व में राखी चौधरी, कविता सिंह सभी कार्यकर्ताओ ने आक्रोशित हो कर एक स्वर मे इस बयान को आपराधिक कृत्य की श्रेणी का बताया है। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दंडनीय अपराध बताया, इसलिए स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई मांग रखी।
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