रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान

हरिद्वार :- हरिद्वार में एलपीजी गैस की कालाबाजारी धड़ल्ले से चल रही है। लोगों को समय पर सिलेण्डर नहीं मिल रहे हैं, जबकि दूसरी ओर रसोई गैस का वाहनों में जमकर दुरुपयोग हो रहा है। रसोई गैस सिलेण्डर के लिए एक गैस एजेंसी के इण्डेन घरेलू सिलेण्डर पाने के लिए उपभोक्ताओं को लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि समय पर गैस बुक कराने के बाद भी उन्हें घरेलू गैस सिलैंडर उपलब्ध

सब भावों का खेल है
शहर में डेयरी, किराना, जनरल स्टोर्स व चाय की दुकान तक में एलपीजी गैस सिलेंडर खुले आम बिकते हैं पर न तो प्रशासनिक अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए समय मिलता न खाद्य अधिकारियों को ही फुर्सत मिलती। 1122 रुपए में मिलने वाला रसोई गैस सिलेण्डर का व्यवसायिक उपयोग हो रहा है, इसलिए उपभोक्ताओं को घरेलू गैस समय पर उपलब्ध नहीं हो रही है। व्यवसायिक गैस के सिलेण्डर की कीमत 2162 रुपए से अधिक होने से घर तक सिलेण्डर पहुंचाने वाले डिलीवरी मैन व कुछ एजेंसी के एजेंट मिलीभगत करके रसोई गैस को व्यवसायिक उपयोग के लिए बेच रहे हैं। साथ ही पांच-सात रसोई गैस के सिलेण्डर में से गैस निकालकर एक नया व्यवसायिक सिलेण्डर भरकर बचा जा रहा है। ऐसा करके एजेंट व अन्य लोग भारी मुनाफा कमा रहे हैं।

भटक रहे हैं उपभोक्ता
उपभोक्ता बेशक गैस एजेंसी से सिलेण्डर पाने के लिए भटक रहे हों मगर गैस एजेंसी के डिलीवरी मैन बेरोकटोक ब्लैक में गैस सिलेण्डर की बिक्री कर रहे हैं। दूसरी ओर रसोई गैस से संचालित सैकड़ों कारें सड़कों पर दौड़ रही हैं जिनसे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। साथ ही गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी भी चरम पर है। उपभोक्ता बेशक गैस एजेंसी से सिलेण्डर पाने के लिए भटक रहे हों मगर गैस एजेंसी के डिलीवरी मैन बेरोकटोक ब्लैक में गैस सिलेण्डर की बिक्री कर रहे हैं।
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