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गाजियाबाद :- आचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ग्रह नक्षत्रों का विशिष्ट संयोग बन रहा है। यह संयोग 30 वर्ष बाद बनेगा जिससे इस बार की जन्माष्टमी और भी शुभ होगी तथा विशेष फल देने वाली होगी। आचार्स दीपक तेजस्वी ने बताया कि भगवान कृष्ण का जन्म
भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र रात के 12 बजे हुआ था। इस बार 6 सितंबर को बुधवार का दिन भी है और अष्टमी तिथि के साथ रोहिणी नक्षत्र भी होगा।
यानि भगवान कृष्ण के जन्म के समय जो संयोग थे, वे ही इस बार 6 सितंबर को बन रहे हैं। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी और 07 सितंबर को दोपहर 04 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। दोपहर 02.40 बजे से रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा। ऐसे संयोग में भगवान की पूजा-अर्चना, अभिषेक आदि करना बहुत ही शुभ रहेगा। भगवान की कृपा से सभी रूकावट दूर होंगी और बिगडे काम भी बनेंगे।