सिटी न्यूज़ | हिंदी......✍🏻

गाजियाबाद :- संकल्प और साधना के धनी 108 मुनि श्री सहजानन्द का जय शांति सागर निकेतन मंडोला में महाप्रयाण हो गया। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गाजियाबाद से भी बडी संख्या में जैन समाज के लोग मंडोला बागपत पहुंच रहे हैं। संजयनगर जैन मंदिर के कोषाध्यक्ष प्रद्युम्मन जैन ने बताया कि 108 मुनि श्री सहजानन्द दिगंबर ही नहीं अपितु सम्पूर्ण जैन समाज के प्रज्ञा संत थे। उन्होंने ज्ञान और आचरण का संयम कर जीवन को साक्षात जिया और लाखों मनुष्यों को जीवन की राह बतलाई। उनके व्यक्तित्व में ज्ञान की गंभीरता, योगी की समता, चारित्र की निष्ठा और वाणी की मृदुता के साक्षात दर्शन होते थे। उन्होंने अभीक्षण ज्ञानोपयोगी आचार्य वसुनंदी महाराज से दीक्षा ग्रहण की थी। 

बागपत जिले के मण्डोला में स्थित जय शांति निकेतन धर्मतीर्थ में उन्होंने त्याग, संयम व कठिन तपस्या करते हुए कई वर्ष बिताए और वहीं पर उनका महाप्रयाण हुआ। प्रख्यात जैन मुनि एलक 105 श्री विज्ञान सागर महाराज पिछले सात वर्ष से मंडोला में ही बुजुर्ग जैन मुनियों की सेवा कर रहे हैं और 108 मुनि श्री सहजानन्द दिगंबर को उनका सान्निध्य का अवसर भी प्राप्त हुआ।  108 मुनि श्री सहजानन्द दिगंबर का दीक्षा से पहले सांसारिक नाम अमोलक चंद जैन सरधने वाले था और वे काफी वर्ष तक संजयनगर में रहे। उनके सांसारिक पुत्र अनिल जैन, मनोज जैन व दीपक जैन हैं। अनिल जैन संजयनगर जैन मंदिर के अध्यक्ष भी हैं।
Previous Post Next Post