रिपोर्ट :- अजय रावत 

गाजियाबाद :- मेरठ रोड स्थित शहीद स्मारक पार्क में बुधवार को राष्ट्रीय सैनिक संस्था की गाजियाबाद इकाई, महिला विंग और युवा विंग के सदस्यों को राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने शहीदों को साक्षी मानकर मतदान करने की शपथ दिलवाई। शपथ लेते समय सभी लोगों ने कहा कि "हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के शहर गाजियाबाद के निवासी सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को साक्षी मानकर शपथ लेते हैं कि हम आगामी  26 अप्रैल को बिना किसी प्रलोभन के मतदान अवश्य करेंगे।"
     
राष्ट्रीय सैनिक संस्था की गाजियाबाद इकाई के अध्यक्ष गौरव सेनानी ज्ञान सिंह, शहर अध्यक्ष एडवोकेट सुनील कुमार, युवा विंग अध्यक्ष प्रवेश त्यागी, एनसीआर की महिला अध्यक्षा उषा राणा ने एकमत से अपने अपने शब्दों में कहा कि भारत एक गणतंत्र है। यहां सर्वोच्च संविधान या सरकार नहीं है बल्कि सर्वोच्च है “जनता।" हालांकि संविधान में जीते हुए प्रत्याशी को वापस बुलाने का, यदि वो काम न करे, अधिकार नहीं है परंतु उसका सामाजिक बहिष्कार करने का अधिकार प्रदत्त है। अब समय बदल चुका है। 1947 वाला "जी हुजूरी" का जमाना अब नहीं है। हम अपना कर्तव्य निभायेंगे और जनप्रतिनिधि को भी अपना कर्तव्य निभाने के लिए बाध्य करेंगे। 

गौरव सेनानी  ब्रहम पाल सिंह , गौरव सेनानी चंदन सिंह, गौरव सेनानी रामकुमार, गौरव सेनानी दिनेश कुमार त्यागी, रोहित कुमार सिंह, महेंद्र कुमार, प्रवेश त्यागी, सरित त्यागी, कालू शर्मा, कृष्ण सिंह विष्ट, विनय कुमार सिंह, डॉ पूनम शर्मा, मंजु घई, पूनम गांधी, मीना शुक्ल, मंजु भासिल, उषा आनंद, मोनिका गोयल, अनीता शर्मा, तनिष्क शर्मा, प्रशांत त्यागी, गोपाल सिंह, वेदी चौहान, वी के, धर्मेन्द्र कुमार दास, बबली दास, वंदना जोशी, संजय शर्मा आदि ने सामूहिक संस्तुति की। इन सभी ने कहा कि गौरव सेनानियों और देशभक्त नागरिकों  के लिए कोई भी काम करने से पहले "राष्ट्र सर्वप्रथम" की भावना ही सर्वोच्च रहती है।
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