रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- सिखों के चौथे गुरू रामदास के प्रकाश पर्व राजनगर सेक्टर 10 गुरूद्वारे में श्रद्धाभाव से मनाया गया। गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आसा दी वार दा कीर्तन का आयोजन किया गया। नाम सिमरन जत्था ने गुरूवाणी से संगत को निहाल कर दिया। उन्होंने कीर्तन के माध्यम से गुरू रामदास के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया। गुरूद्धारे के प्रधान एस एस पुरी व सचिव सुरेंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरू रामदास के दिखाए रास्ते पर चलकर ही विश्व का कल्याण हो सकता है। स्वर्ण मंदिर की नींव उनके कार्यकाल में ही रखी गई थी।
उन्होंने स्वर्ण मंदिर के चारों और द्वार बनवाकर संदेश दिया कि यह मंदिर हर धर्म व जाति के व्यक्ति के लिए खुला है और कोई भी यहां कभी भी किसी भी वक्त आ-जा सकता है। गुरू रामदास ले अमृत सरोवर नामक नगर बसाया था। यह नगर ही आज अमृतसर के नाम से जाना जाता है। कीर्तन के बाद गुरू का लंगर अटूट बरता जिसमें बडी संख्या में लोगों ने लंगर छका। कोषाध्यक्ष गुलशन अनेजा, हरविंदर सिंह काला, मंजीत सिंह सेठी आदि ने भी सहयोग दिया।