रिपोर्ट :- नासिर खान 


लखनऊ :-
        मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि अनलॉक का अर्थ है अनुशासन इसलिए कोविड-19 महामाारी से बचाव के लिए अनलॉक व्यवस्था के दौरान पूर्ण अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगातार सतर्कता बरतने पर जोर दिया।
यहां लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने यह बात कही। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जनपदों गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ तथा बुलन्दशहर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन स्वास्थ्य की दृष्टि से एनसीआर के जनपदों में सतर्कता बरती जाए। जनपद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ तथा बुलन्दशहर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इन जिलों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने एनसीआर क्षेत्र के जनपदों के कोविड अस्पतालों में बेड तथा चिकित्साकर्मियों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इस सम्बन्ध में बैक अप भी तैयार रखा जाए। उन्होंने कहा कि समय पर उपचार मृत्यु दर को नियंत्रित करने में काफी मददगार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड तथा गैर कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए हर स्तर पर संवाद आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को 11 जनपदों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ निरन्तर संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जिलाधिकारियों तथा मंडलायुक्तों के साथ भी नियमित संवाद बनाए रखने को कहा।
बैठक में मुख्यमंत्री को यह जानकारी दी गई कि मनरेगा के तहत प्रदेश में 57 लाख 12 हजार श्रमिकों को कार्य मिला जो, वर्तमान में देश में सर्वाधिक है।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वे कराते हुए इन इकाइयों में रोजगार की आवश्यकता का आकलन किया जाए।
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