रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :- कोरोना संकट के बीच देश के साथ ही उत्तर प्रदेश के लिए नई मुसीबत बन गया है खतरनाक ब्लैक फंगस। लिहाजा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के साथ ही ब्लैक फंगस के खात्मे को लेकर भी मैदान में उतर पड़े हैं। इसी क्रम में सीएम योगी ने यूपी में फंगस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अहम निर्देश दिया है। जिसके तहत कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी 'अधिसूचित बीमारी' घोषित किया गया है। इस संबंध में आदेश आज ही जारी कर प्रभावी करा दिया जाए।

यूपी में भर्ती हो चुके हैं करीब 300 मरीज
इस बाबत अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस से करीब 300 कोविड रोगी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं। उधर लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक ब्लैक फंगस के यहां 73 रोगी भर्ती हुये हैं जिनमें से 23 रोगी पिछले 24 घंटे में भर्ती हुये हैं।

इलाज की व्यवस्था कर रही है सरकार 
टीम 9 की बैठक में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ''पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस के संक्रमण की समस्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप प्रदेश सरकार सभी मरीजों के समुचित चिकित्सकीय उपचार की व्यवस्था कर रही है। केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी अधिसूचित बीमारी घोषित किया जाए। इस संबंध में आदेश आज ही जारी कर प्रभावी करा दिया जाए।

सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इसकी दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये। बयान के मुताबिक ''अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवायें हर जनपद में उपलब्ध करा दी गयी है। निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहें रोगी भी संबंधित मंडलायुक्त को प्रार्थनापत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कालेजों तथा निजी अस्पतालों में ब्लैक फंगस उपचार करा रहे रोगियों की पूरी केस हिस्ट्री तथा लाइन आफ ट्रीटमेंट की जानकारी प्राप्त कर विशेषज्ञों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
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