रिपोर्ट :- विकास शर्मा

हरिद्वार :- देश में करो ना की तीसरी लहर का असर अब उत्तराखंड राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में भी पढ़ रहा है उत्तराखंड के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र देहरादून हरिद्वार पंतनगर के उद्योगों में 30 से 40 प्रतिशत उत्पादन में कमी आई है।                                    

उत्तराखंड के उद्योगों पर तीसरी लहर की मार पड़ने लगी है। ऑटोमोबाइल सेक्टर पर इसका सबसे बड़ा असर दिख रहा है। पंतनगर सिडकुल की ऑटोमोबाइल कंपनियों में कोरोना का खतरा बढ़ने के बाद डिमांड भी तेजी से गिरी है। वहीं हरिद्वार की एक प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी के उत्पादन में 40 प्रतिशत तक की गिरावट आयी है।

 पन्तनगर सिडकुल में छोटे-बड़े करीब करीब 400 उद्योग हैं। इसमें 70 फीसदी आटोमोबाइल सेक्टर के हैं। सबसे बड़ा नुकसान दोपहिया वाहनों में हुआ है। पिछले दो महीने से प्रतिमाह तीस हजार दोपहिया वाहन कम बन रहे हैं। सिडकुल में इस समय 55 से 60 हजार के करीब दोपहिया वाहन ही बन रहे हैं। जबकि दो महीने पहले तक यहां प्रतिमाह 80 से 90 हजार तक दो पहिया वाहन बन रहे थे।                                                                                  सिडकुल में करीब 50 हजार से अधिक लोग विभिन्न कंपनियों में स्थाई या अस्थायी रूप से काम करते हैं। डिमांड कम होने पर कम शिफ्टों और कम दिनों उत्पादन किया जाता है। ऐसे में अगर डिमांड और गिरती है तो कई अस्थायी कर्मियों की जॉब पर भी संकट छा सकता है। उद्योगों में कम उत्पादन के चलते कर्मचारियों पर भी छटनी का खतरा निरंतर मंडराता रहेगा।
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