रिपोर्ट :- विकास शर्मा

हरिद्वार :- मां गंगा पर बनने वाला सबसे लंबे पुल पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने स्वीकृति की मुहर लगा दी है। हरिद्वार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रिंग रोड की  आखरी कठिनाई भी दूर हो गई है। रुड़की से बिजनौर की आवाजाही के लिए वाया हरिद्वार होकर आनाजाना पड़ता है। इससे हरिद्वार में वाहनों का दबाव बढ़ता है। पर्व स्नानों पर चंडी पुल पर हर समय जाम लगता है। जाम की समस्या को दूर करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रिंग रोड निर्माण की दूरगामी योजना बनाई है।रिंग रोड दो चरणों में तैयार होनी है। रिंग रोड का पहला चरण बहादराबाद बाईपास से शुरू होगा और श्यामपुर थाना क्षेत्र के अंजनी चौकी एनएच 74 पर खत्म होगा। इससे हरिद्वार-दिल्ली हाईवे के वाहन सीधे नजीबाबाद-हरिद्वार हाईवे के लिए आवाजाही कर पाएंगे।

एनएचएआई अभियंता कपिल जोशी के अनुसार 
हरिद्वार में रिंग रोड का निर्माण अप्रैल से शुरू हो जाएगा। दो चरणों में रिंग रोड बनाई जाएगी। पहले चरण में 15 किमी 300 मीटर निर्माण के लिए रेल मंत्रालय के उपक्रम इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड को टेंडर हो गया है। एजेंसी से निर्माण के लिए करीब दो साल का अनुबंध किया जाएगा।
रिंग रोड के पहले चरण में 15 किमी 300 मीटर लंबे फोरलेन निर्माण के लिए रेल मंत्रालय के उपक्रम इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड का चयन हो गया है। अप्रैल से निर्माण शुरू हो जाएगा और करीब दो साल में पूरा होगा।
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