रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- प्रातः काल से ही स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ देवी मंदिर मे हर वर्ष कि भांति इस वर्ष भी आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दुसरे 27 सितंबर दिन मंगलवार में प्रातः काल आचार्य एवं महंत व भक्तों द्वारा भव्य मां देवी का सिंगार के साथ आरती कि जिसमें सैकड़ों भक्तगण महिलाओं एवं पुरुषों बच्चों ने आरती में भाग लिया एवं माता को चुनढी प्रसाद चढ़ाकर मथाटेकर आशीर्वाद प्राप्त किया साथ पंडितों द्वारा शक्ति की उपासना शुरू की गई। 

देवी मंदिर के महंत गिरिशा नन्द गिरी जी महाराज के सानिध्य में 11विध्वान पंडितों द्वारा शतचंडी पाठ शुरू किया गया भक्त गण प्रातः काल से ही देवी मंदिर में सूर्योदय से पहले ही श्रद्धालुओं की कतार लगी। लोगों ने देवी दर्शन पूजन किया। मां ब्रह्मचारिणी दूसरे नवरात्र में मां के ब्रह्मचारिणी एवं तपश्चारिणी रूप को पूजा जाता है। जो साधक मां के इस रूप की पूजा करते हैं उन्हें तप, त्याग, वैराग्य, संयम और सदाचार की प्राप्ति होती है और जीवन में वे जिस बात का संकल्प कर लेते हैं उसे पूरा करके ही रहते हैं। मां को शक्कर का भोग प्रिय है।

आज भी देवी मंदिर में सुबह ही भक्तों का तांता लग गया। लोग मंदिर पहुंचे तो पहले से ही फूल और अगरबत्ती, कपूर, नारियल की दुकानें सजी थीं। मंदिर के संचालक महंत गिरिशा नन्द गिरी जी महाराज एवं प्रमुख आचार्य राम मनोहर अग्निहोत्री द्वारा एवं अन्य पंडितों ने मां ब्रह्मचारिणी पुजन किया अनुष्ठान किया। शाम को आरती  के शत् चण्डी महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी भक्त गण एवं श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं 

एस आर सुथार बताया कि पर  प्राचीन सिद्ध पीठ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायणगिरि जी महाराज के सानिध्य एवं आशीर्वाद से आज मंदिर मे मां ब्रह्मचारिणी कि पुजा अर्चना की गई एवं शतचंडी महायज्ञ में श्रीमंत सोमेश्वर गिरी जी महाराज जोधपुर राजस्थान एवं विजय गिरी जी महाराज शिव मंदिर पटेल नगर, विजय गुप्ता योगेंद्र सिंह, हिमांशु पाराशर, समाजसेवी सुंदर भाटी, आचार्य मनीष शर्मा हिंडन मोक्ष धाम, स्वामी रमेशानन्द गिरि जी महाराज आदि अनेक भक्तों ने आचार्य द्वारा मन्त्रोउच्चारण के आहुतियां दी गई में आचार्य नित्यानंद द्वारा शत् चंडी पाठ आचार्य एवं दुधेश्वर वेद के विद्यार्थियों द्वारा बाबा दुग्धेश्वर नाथ कि पुजा अर्चना कि गई।
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